दंतेवाड़ा: कुटरू से मोटरसाइकिल पर दंतेवाड़ा की ओर आ रहे सहायक उप निरीक्षक को माओवादियों ने अगवा कर लिया है. अपह्रत एएसआई का नाम कोरसा नागैया है जो कुटरू थाना में पदस्थ हैं.
एएसआई के. नागैया के पुत्र के. रविकांत ने खबरी चिड़िया से बातचीत में बताया है कि उनके पिता का माओवादियों ने अपहरण कर लिया है. वे खबर सुनते ही तुरंत सुकमा से गाड़ी लेकर कुटरू की ओर रवाना हो गये हैं.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उनका अपहरण करीब साढ़े ग्यारह बजे के आसपास कुटरू नैमेड़ मार्ग पर कुटरू से करीब 05 किलोमीटर बाद हो गया है. एएसआई के. नागैया की मोटरसाइकिल करीब 02 बजे के आसपास मंगापेट्टा में देखी गई है.
सूत्र बताते हैं कि एएसआई के.नागैया का अपहरण करने वाले माओवादी करीब 50-60 की संख्या में थे. वहीं खबर यह भी है कि माओवादी इस इलाके के नहीं लग रहे थे. इनमें ऐसे भी नक्सली थे जिनके पास एलएमजी जैसे अत्याधुनिक हथियार थे. माओवादी दो टुकड़ों में जैगुर, दरबा, पुनड़वाया की ओर निकले हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि अपहरण कर सहायक उप निरीक्षक को माड़ क्षेत्र में कहीं ले जाया जा सकता है.
एएसआई के पुत्र के. रविकांत अपने पिता की तलाश में भैरमगढ़ से आगे निकल चुके हैं. उन्होंने पत्रकारों से पिता की रिहाई में सहयोग बावत मदद भी मांगी है.
एसआई के पुत्र के. रविकांत के मुताबिक सहायक उपनिरीक्षक के. नागैया की उम्र करीब 58 साल के आसपास हैं. इनका मूल निवास बीजापुर जिले के चेरामंगी गाँव में हैं. यह गाँव उसूर विकासखंड के अंतर्गत आता है. सहायक उपनिरीक्षक के. नागैया मूलतः मुरिया जनजाति से आते हैं. इनका पुलिस विभाग में रहते ग्रामीण आदिवासियों के प्रति नरम रुख रहा है और ग्रामीणों की इनके पिताजी हमेशा मदद किया करते थे. जिसके चलते उनके पुत्र ने अपील की है कि उनके पिता को माओवादी शीघ्र सकुशल रिहा करें.
